विपत्ति स्थिति देख कर नहीं आती, इसलिए कहा जाता है कि दूसरों की विपत्ति का अपने स्वार्थ के लिए प्रयोग नहीं करना चाहिए वरना मलेशिया जैसा हाल हो सकता है। भारत जब CAA-NRC लाया था तब मलेशिया को इससे बड़ी आपत्ति थी, लकिन अब स्वयं मलेशिया ही बांग्लादेशियों से तंग आ चुका है, और कह रहा हैं कि बंधु हमसे न हो पाएगा!
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मलेशियाकोनहीं
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